मैं बहक न जाऊं तेरे हुस्न में कहीं, तू मुझसे मिलने पर्दा करके आया कर।
ना छेड़ो गमो की रख को, इसमे भी अंगारे होते है,
तो खुद ने अपना वजूद बचने के लिए हमको जुदा कर दिया!
कई दिन हो गए तुझसे मिलने अब रहा नहीं जाता, सच कहुँ तो तेरे बिना अब जिया नहीं जाता।
मेरे पीछे की कहानी कुछ और थी, वो मेरे मुँह पे कुछ और मेरे पीठ पीछे कुछ और थी।
"अगर ठीक समझो तो इतना बता दो, दिल बेचैन हो रहा है, कहीं तुम उदास तो नहीं हो।"
उसे उसने तो तुम्हारे बाद भी हजारो को भुला दिया!
तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
ज़हन में कैद रखा है, दिल में सिर्फ़ एक तेरा नाम रखा है।
तू जब भी याद आए, तो तेरा मुस्कुराता हुआ चेहरा याद आए, इतनी सी कोशिश आस है मेरी।
!मुझे बस इतना बता दो ऐ सनम!!क्या तुम भी मेरे बिना उदास रहते हो!!
प्यास दिल की बुझाने वो कभी आया भी नहीं, कैसा बादल है जिसका कोई साया भी नहीं, बेरुख़ी इस से बड़ी और भला क्या होगी, एक मुद्दत से get more info हमें उसने सताया भी नहीं !
!मेरे दिल में क्या था ये जाने बिना!!तू ने खुद को हमसे कितना दूर कर लिया!!
तेरे न होने का एहसास भी अजीब है, ज़ालिम शब्दों को बेवजह लिख देने से रुबाइयाँ बन जाती हैं!